Enhanced External Counter Pulsation
बिना सर्जरी प्राकृतिक हृदय बाईपास उपचार
ईईसीपी EECP क्लिनिक अंधेरी मुंबई।
50 वर्ष से ऊपर की आयु के पुरुषों और महिलाओं में मृत्यु का सबसे आम कारण “कोरोनरी धमनी रोग” यानी हृदय की धमनियों में अवरोध अथवा बीमारी होना है ,कैंसर नहीं । आम भाषा में हार्ट अटैक भी कह सकते हैं । हृदय पूरे शरीर में रक्त प्रवाह करता है परंतु जब हृदय को ख़ुद रक्त का प्रवाह ना मिले तो हृदय का वो हिस्सा जिसे रक्त और उसके साथ ऑक्सिजन ना मिले तो वो काम करना बंद कर देता है और धीरे धीरे पूरे शरीर को रक्त का प्रवाह भी काम होने लगता है जिसके कारण शरीर के दूसरे अंग भी शिथिल हो जाते हैं। EECP - Enhanced External Counter Pulsation Therapy बाईपास सर्जरी और एंजियोप्लास्टी का एक प्राकृतिक विकल्प है
"70 के दशक में बाई-पास सर्जरी कोरोनरी धमनी की बीमारी के इलाज में बड़ी अहम थी। 80 के दशक में यह बैलून एंजियोप्लास्टी का नाम था। 90 के दशक में स्टेंट आया था और अब 20 वीं सदी में, हम EECP तकनीक के साथ पूरी तरह से बिना सर्जरी उपचार की ओर एक कदम आगे बढ़ते हैं ”
- । ए। पी। जे। अब्दुल कलाम
- कार्डियोलॉजी की द्वितीय विश्व कांग्रेस में बोलते हुए।
ईईसीपी EECP क्लिनिक मुंबई , उच्च प्रशिक्षित चिकित्सकों, कार्डियोलॉजिस्ट, निवारक और चिकित्सीय कार्डियोलॉजी में विशेषज्ञता वाले इंटर्निस्ट के साथ अंधेरी मुंबई के केंद्र में स्थित है।